समाज कल्याण विभाग द्वारा कुंवरबाई के मामले से संबंधित प्रपत्र…

समाज कल्याण विभाग द्वारा कुंवरबाई के मामले से संबंधित प्रपत्र
कुंवरबाई नु मामेरु योजना (Kuvarbai Nu Mameru Yojana) गुजरात राज्य की एक प्रमुख विवाह सहायता योजना है, जिसका संचालन समाज कल्याण विभाग (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग – SJED) द्वारा किया जाता है। इस योजना के तहत गरीब, अनुसूचित जाति, ओबीसी और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को विवाह के समय वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

आवश्यक प्रपत्र (Documents Required)
योजना का लाभ लेने हेतु निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:

  • बेटी का आधार कार्ड
  • वधू के पिता का आधार कार्ड
  • बेटी का जाति प्रमाणपत्र
  • विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र या जन्म प्रमाणपत्र
  • पिता या अभिभावक की वार्षिक आय प्रमाणपत्र
  • दुल्हन का निवास प्रमाण
  • दुल्हन की बैंक पासबुक की प्रति
  • वर और वधू की संयुक्त फोटो
  • दूल्हे की जन्म तिथि का प्रमाण (L.C./जन्म प्रमाणपत्र/सरकारी डॉक्टर का प्रमाणपत्र)
  • विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र
  • पिता/अभिभावक की स्व-घोषणा (Self Declaration)
  • पिता के न रहने पर मरण प्रमाणपत्र
  • अन्य दस्तावेज़ (यदि अधिकारी द्वारा मांगे जाएं)

आवेदन प्रक्रिया

  • आवेदन ऑनलाइन ई-समाज कल्याण पोर्टल (e-Samaj Kalyan Portal) के माध्यम से किया जाता है।
  • आवेदन के लिए पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है।
  • सभी दस्तावेज़ अपलोड कर फॉर्म भरना होता है।
  • आवेदन की पुष्टि के बाद उसका प्रिंटआउट लेना जरूरी है।

मुख्य प्रपत्र

  • आवेदन फॉर्म: जिसमें आवेदक की व्यक्तिगत जानकारी, पिता/अभिभावक का नाम, जाति, जन्मतिथि, पता, विवाह की तिथि आदि भरना होता है।
  • समझौता पत्र (Agreement): जिसमें पिता/माता का नाम, विवाह की तिथि, स्थान आदि विवरण भरकर हस्ताक्षर/अंगूठा निशान लगाना होता है।
  • बाहेधारी पत्रक (Bahedhari Patrak): जिसमें परिवार का विवरण, बेटियों की संख्या, विवाह की तिथि, जाति आदि जानकारी देनी होती है।

फॉर्म डाउनलोड

  • फॉर्म और दस्तावेज़ सूची संबंधित पोर्टल या योजना की वेबसाइट से PDF में डाउनलोड किए जा सकते हैं।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • आवेदन विवाह के दो साल के भीतर करना अनिवार्य है।
  • योजना का लाभ केवल गुजरात राज्य के निवासी उठा सकते हैं।

सामूहिक विवाह में भाग लेने पर दोनों योजनाओं का लाभ मिल सकता है, यदि सभी शर्तें पूरी हों।

नोट: यदि आपको फॉर्म या अन्य प्रपत्रों का सीधा लिंक चाहिए, तो ई-समाज कल्याण पोर्टल (esamajkalyan.gujarat.gov.in) पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है।

क्या मैं कुंवरबाई के मामले से संबंधित प्रपत्र ऑनलाइन प्राप्त कर सकता हूँ

हाँ, आप कुंवरबाई के मामले (कुंवरबाई नु मामेरु योजना) से संबंधित प्रपत्र ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए गुजरात सरकार का ई-समाज कल्याण पोर्टल (e-Samaj Kalyan Portal) उपलब्ध है, जहाँ से आप योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, आवश्यक फॉर्म भर सकते हैं और संबंधित प्रपत्र (जैसे आवेदन फॉर्म, समझौता पत्र, बाहेधारी पत्रक आदि) PDF में डाउनलोड भी कर सकते हैं।

ऑनलाइन फॉर्म प्राप्त करने और भरने की प्रक्रिया:

  • सबसे पहले, e-Samaj Kalyan Portal (https://esamajkalyan.gujarat.gov.in) पर जाएँ।
  • यदि आपने पहले पंजीकरण नहीं किया है, तो “नया उपयोगकर्ता” के तहत पंजीकरण करें।
  • लॉगिन करने के बाद “कुंवरबाई नु मामेरु योजना” चुनें।
  • आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
  • आवेदन की पुष्टि के बाद फॉर्म का प्रिंटआउट या PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
  • इसके अलावा, कई वेबसाइटें योजना के फॉर्म, समझौता पत्र और बाहेधारी पत्रक की PDF डाउनलोड लिंक भी उपलब्ध कराती हैं।

इस प्रकार, आपको किसी सरकारी दफ्तर जाने की आवश्यकता नहीं है—सारे प्रपत्र और आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध है।

क्या मैं ई समाज कल्याण पोर्टल से सीधे ऑनलाइन प्रपत्र डाउनलोड कर सकता हूँ

ई समाज कल्याण पोर्टल (esamajkalyan.gujarat.gov.in) से आप सीधे ऑनलाइन प्रपत्र डाउनलोड करने की सुविधा आमतौर पर नहीं मिलती है। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा देना है, यानी आप पोर्टल पर लॉगिन करके संबंधित योजना (जैसे कुंवरबाई नू मामेरु योजना) का आवेदन फॉर्म ऑनलाइन भर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं।

हालांकि, आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपको अपने भरे हुए आवेदन फॉर्म का प्रिंटआउट या PDF डाउनलोड करने का विकल्प मिल सकता है, लेकिन खाली फॉर्म या अन्य प्रपत्र (जैसे समझौता पत्र, बाहेधारी पत्रक) आमतौर पर पोर्टल पर सीधे डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं। यदि आपको किसी विशेष प्रारूप की आवश्यकता है, तो वह संबंधित विभाग या योजना की वेबसाइट, या कभी-कभी “Citizen Help Manual” सेक्शन में मिल सकता है।

सारांश:

  • आप ई समाज कल्याण पोर्टल पर सीधे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
  • आवेदन के बाद भरे हुए फॉर्म का प्रिंट या PDF ले सकते हैं।
  • खाली प्रपत्र या अन्य प्रारूप आमतौर पर पोर्टल पर सीधे डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं; ये आपको आवेदन प्रक्रिया के दौरान या विभागीय कार्यालय/सहायता अनुभाग से मिल सकते हैं।

यदि मेरी बेटी दोबारा शादी कर ले तो क्या मैं इसका लाभ खो दूंगा

कुंवरबाई नु मामेरु योजना जैसी बेटियों की शादी में दी जाने वाली सरकारी सहायता योजनाएँ आमतौर पर केवल पहली शादी के लिए ही लागू होती हैं। यदि आपकी बेटी को पहली शादी के समय इस योजना का लाभ मिल चुका है और वह बाद में किसी कारणवश दोबारा शादी करती है, तो उसे दूसरी शादी के लिए इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

सरकारी नियमों के अनुसार, एक परिवार की अधिकतम दो बेटियों को, और वह भी उनकी पहली शादी के समय ही, इस योजना का लाभ दिया जाता है। दोबारा विवाह (चाहे तलाक के बाद हो या पति की मृत्यु के बाद) पर इस योजना के तहत सहायता नहीं मिलती है।

इसलिए, यदि आपकी बेटी ने योजना के तहत पहली शादी पर लाभ प्राप्त कर लिया है और वह दोबारा शादी करती है, तो आप इस योजना का लाभ खो देंगे और दूसरी शादी के लिए पुनः सहायता नहीं मिलेगी।

यह नियम लगभग सभी राज्य सरकारों की बेटियों की शादी सहायता योजनाओं पर लागू होता है, और गुजरात की कुंवरबाई नु मामेरु योजना में भी यही व्यवस्था है।

यदि मेरी बेटी फिर से विवाह कर ले, तो मैं अपने परिवारिक सम्मान को कैसे बनाए रखूं

परिवारिक सम्मान बनाए रखने का सवाल भारतीय समाज में बहुत संवेदनशील है, खासकर जब बेटी का पुनर्विवाह होता है। ऐसे समय में सामाजिक दबाव और पारिवारिक भावनाएँ दोनों ही चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। लेकिन परिवार का असली सम्मान बाहरी लोगों की राय से नहीं, बल्कि आपके मूल्यों, समझदारी और आपसी रिश्तों की मजबूती से तय होता है।

सम्मान बनाए रखने के लिए क्या करें

  • समझदारी और सहानुभूति दिखाएँ: बेटी के फैसले को समझें और उसका समर्थन करें। समाज की सोच समय के साथ बदल रही है, और आजकल पुनर्विवाह को भी स्वीकार किया जा रहा है।
  • खुद के नैतिक मूल्यों पर टिके रहें: परिवार का सम्मान इस बात में है कि आप अपने रिश्तों में ईमानदारी, सहिष्णुता और प्रेम बनाए रखें, न कि केवल समाज के डर से फैसले लें।
  • बातचीत और संवाद बनाए रखें: परिवार में खुलकर बात करें। बेटी के साथ भी और बाकी सदस्यों के साथ भी, ताकि किसी के मन में कोई गलतफहमी या कड़वाहट न रहे।
  • बेटी को संस्कार और जिम्मेदारी समझाएँ: पुनर्विवाह के बाद भी बेटी को अपने नए परिवार के प्रति जिम्मेदारियों और सीमाओं का सम्मान करना चाहिए, जिससे दोनों परिवारों के रिश्ते मजबूत रहें।
  • समाज के दबाव को संतुलित करें: समाज की बातों को पूरी तरह नजरअंदाज करना संभव नहीं, लेकिन परिवार की खुशी और बेटी की भलाई को प्राथमिकता दें।
  • सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएँ: बेटी के पुनर्विवाह को एक नई शुरुआत के रूप में देखें। उसकी खुशहाली और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।

प्रेरणादायक विचार

“सम्मान वही टिकता है, जिसमें समझदारी, सहिष्णुता और परिवार के प्रति प्रेम हो। समाज की बातें बदलती रहती हैं, लेकिन अपनों का साथ हमेशा सबसे बड़ा सम्मान है।”

यदि आप बेटी के फैसले में उसका साथ देते हैं, उसे सही संस्कार और समर्थन देते हैं, तो परिवार का असली सम्मान और एकता बनी रहेगी—भले ही समाज कुछ भी कहे।

क्या समाज कल्याण विभाग ने कुंवरबाई के मामले से संबंधित प्रपत्र जारी किए हैं

हाँ, समाज कल्याण विभाग (विशेष रूप से गुजरात राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग) ने कुंवरबाई के मामले से संबंधित प्रपत्र (आवेदन फॉर्म) जारी किए हैं। यह फॉर्म “कुंवरबाई नु मामेरू योजना” के लिए है, जिसके तहत पात्र परिवारों की दो बेटियों के विवाह पर आर्थिक सहायता दी जाती है।

आवेदन प्रक्रिया के लिए विभाग ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार के प्रपत्र उपलब्ध कराए हैं। आवेदक ई-समाज कल्याण पोर्टल (esamajkalyan.gujarat.gov.in) पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं या वहीं से PDF फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं

फॉर्म में आवेदिका की व्यक्तिगत जानकारी, परिवार की पात्रता, आवश्यक दस्तावेज़ आदि मांगे जाते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, विवाह प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है

इस प्रकार, समाज कल्याण विभाग ने कुंवरबाई के मामले (कुंवरबाई नु मामेरू योजना) से संबंधित प्रपत्र जारी किए हैं और वे विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं

कुंवरबाई नु मामेरु योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

आवेदन प्रक्रिया (Online Application Process):

  • सबसे पहले ई-समाज कल्याण पोर्टल पर जाएं
  • ‘Citizen Login’ टैब के तहत ‘New User – Please Register Here’ पर क्लिक करें और अपना पंजीकरण करें
  • पंजीकरण के दौरान आधार कार्ड के अनुसार पूरा नाम, लिंग, जन्मतिथि, आधार नंबर, ईमेल आईडी, जाति आदि भरें
  • सफल पंजीकरण के बाद अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें
  • ‘User Profile’ में जाकर अपनी प्रोफाइल अपडेट करें और आवश्यक जानकारी भरें
  • होमपेज पर उपलब्ध योजनाओं में से “कुंवरबाई नु मामेरु योजना” का चयन करें
  • आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें और सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें
  • नियम व शर्तें स्वीकार करें और ‘Save Application’ पर क्लिक करें
  • आवेदन सबमिट करें और भविष्य के लिए आवेदन की प्रिंट कॉपी सुरक्षित रखें

आवश्यक दस्तावेज (Required Documents):

  • बेटी का आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • जाति प्रमाण पत्र (सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी)
  • विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र
  • बेटी का जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र
  • दुल्हन के पिता/अभिभावक का आधार कार्ड
  • पिता/अभिभावक की वार्षिक आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड/इलेक्शन कार्ड/बिजली बिल आदि)
  • बैंक पासबुक की प्रथम पृष्ठ की प्रति (दुल्हन के नाम के साथ)
  • वर और वधू की संयुक्त फोटो
  • दूल्हे की जन्म तिथि का प्रमाण (L.C./बर्थ सर्टिफिकेट/डॉक्टर का प्रमाणपत्र)
  • स्व-घोषणा पत्र (Self Declaration)
  • पिता के न होने पर मृत्यु प्रमाण पत्र
  • अन्य दस्तावेज (यदि अधिकारी द्वारा मांगे जाएं)

महत्वपूर्ण बातें:

  • आवेदन शादी के दो साल के भीतर करना अनिवार्य है
  • पात्रता: गुजरात राज्य के निवासी, परिवार की दो बेटियों तक लाभ, आयु सीमा – कन्या 18 वर्ष, वर 21 वर्ष, ग्रामीण क्षेत्र में वार्षिक आय ₹1,20,000/- और शहरी क्षेत्र में ₹1,50,000/-

इस प्रकार, आप सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार कर ई-समाज कल्याण पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की स्थिति भी पोर्टल पर लॉगिन कर देखी जा सकती है

क्या यह योजना केवल गुजरात राज्य की बेटियों के लिए है या अन्य राज्यों में भी लागू है

कुंवरबाई नु मामेरू योजना के तहत अब तक कितनी बेटियों को लाभ मिला है और कितने परिवार इससे जुड़े हैं—इस संबंध में आपके द्वारा दिए गए नवीनतम खोज परिणामों में कोई सटीक या अद्यतित आँकड़ा उपलब्ध नहीं है। अधिकांश परिणाम उत्तर प्रदेश की सामूहिक विवाह योजना या अन्य योजनाओं से संबंधित हैं, न कि विशेष रूप से गुजरात की कुंवरबाई नु मामेरू योजना से

गुजरात सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या नवीनतम सरकारी रिपोर्ट्स में समय-समय पर लाभार्थियों की संख्या प्रकाशित की जाती है, लेकिन वर्तमान खोज परिणामों में यह जानकारी नहीं है। आमतौर पर, इस योजना के तहत हर साल हजारों बेटियों को लाभ मिलता है और हजारों परिवार इससे जुड़ते हैं, लेकिन सटीक अद्यतन संख्या के लिए आपको गुजरात सरकार के समाज कल्याण विभाग या ई-समाज कल्याण पोर्टल पर देखना होगा।

निष्कर्ष:
इस योजना का लाभ कितनी बेटियों को मिल चुका है और कितने परिवार इससे जुड़े हैं, इसकी सटीक और अद्यतित जानकारी इस समय उपलब्ध नहीं है। कृपया गुजरात समाज कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग से संपर्क करें।

आपके द्वारा पूछे गए प्रश्न—कुंवरबाई नु मामेरू योजना का लाभ अब तक कितनी बेटियों को मिल चुका है और कितने परिवार इससे जुड़ चुके हैं—का सीधा उत्तर वर्तमान खोज परिणामों में उपलब्ध नहीं है। उपलब्ध स्रोतों में उत्तर प्रदेश की योजनाओं या अन्य केंद्र सरकार की योजनाओं (जैसे सुकन्या समृद्धि योजना) के आँकड़े हैं, लेकिन गुजरात की कुंवरबाई नु मामेरू योजना के लाभार्थियों और परिवारों की अद्यतन संख्या का कोई उल्लेख नहीं है।

गुजरात सरकार की वेबसाइट या समाज कल्याण विभाग की वार्षिक रिपोर्ट में ये आँकड़े समय-समय पर प्रकाशित किए जाते हैं, लेकिन ताजा आँकड़े अभी उपलब्ध नहीं हैं। आम तौर पर, इस योजना के तहत हर साल हजारों बेटियों को लाभ मिलता है और हजारों परिवार इससे जुड़ते हैं, परंतु सटीक संख्या के लिए आपको गुजरात समाज कल्याण विभाग या ई-समाज कल्याण पोर्टल से संपर्क करना होगा।

निष्कर्ष:
इस योजना के लाभार्थियों और जुड़े परिवारों की सटीक और अद्यतित संख्या इस समय सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है। कृपया गुजरात सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या समाज कल्याण विभाग से संपर्क करें।

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